मोतीलाल नेहरु राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान इलाहाबाद के जैव प्रौद्योगिकी विभाग की ओर से विज्ञान लेखन में हिंदी की भूमिका विषय पर कार्यशाला हुई। डीन एकेडमिक प्रो. एल.के. मिश्र ने कहा कि विज्ञान जैसे जटिल विषयों को जनसामान्य तक पहुंचाने के लिए मातृभाषा का प्रयोग अत्यंत आवश्यक है। मुख्य अतिथि डॉ. स्नेह सुधा ने अपनी पुस्तक भेंट की और हिंदी भाषा की महत्ता पर कहा कि हिंदी में वैज्ञानिक लेखन को प्रोत्साहित करना समय की मांग है। प्रमोद कुमार द्विवेदी ने विज्ञान लेखन में हिंदी की भूमिका पर तथ्यात्मक एवं ऐतिहासिक दृष्टिकोण से विचार प्रस्तुत किए। डॉ. अम्बक कुमार राय ने कहा कि हमें केवल शुद्ध साहित्यिक हिंदी तक सीमित न रहकर बोलचाल की सहज भाषा को भी वैज्ञानिक अभिव्यक्ति का माध्यम बनाना चाहिए। [Hindustan 21-06-2025, Page No. 04]
प्रयागराज में हुए महाकुंभ-2025 से मिलने वाले अनुभवों को तकनीकी सहभागिता के जरिए देश के अन्य कुंभ आयोजनों में दोहराने की दिशा में मोतीलाल नेहरु राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान इलाहाबाद ने एक ऐतिहासिक पहल की है। संस्थान न केवल इस विराट धार्मिक और सामाजिक आयोजन में सक्रिय रूप से सहभागी रहा है, बल्कि अब इसे शैक्षणिक स्तर पर देशभर में विस्तारित करने के लिए विशेष पाठ्यक्रम भी शुरू करने जा रहा है। एमएनएनआईटी कुंभ के दौरान जुटाए गए अनुभव और डेटा के आधार पर एक विशेष पाठ्यक्रम तैयार कर रहा है जिसे देशभर के संस्थानों को सुलभ कराया जाएगा। [Dainik Jagran 21-06-2025, Page No. 04]
क्या आप कल्पना कर सकते हैं कि आने वाला समय में हम हवा में तैरते डेटा से होलोग्राफिक काल, डिजिटल जुडवां और एक्सटेंडेड रियलिटी के जरिए बात करेंगे? यह मात्र एक कल्पना नहीं बल्कि भविष्य की वास्तविकता है जिसे 6 जी धरातल पर लाएगा। मोतीलाल नेहरु राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान इलाहाबाद और द इंस्टीट्यूशंस आफ इंजीनियर्स प्रयागराज लोकल सेंटर ने मिलकर मंगलवार भारत की 6 जी क्रांति की नींव को और मजबूत करने वाला सेमिनार आयोजित किया। [I Next 18-06-2025, Page No. 08]
इंस्टीट्यूशन आफ इंजीनियर्स (इंडिया) प्रयागराज लोकल सेंटर और मोतीलाल नेहरु राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान इलाहाबाद के इलेक्ट्रानिक्स एवं संचार अभियांत्रिकी विभाग के संयुक्त तत्वावधान में ‘6 जी संचार प्रणाली के लिए एंटीना डिजाइन’ विषय पर मंगलवार को राष्ट्रीय सेमिनार हुआ। उद्घाटन प्रो. अवनीश कुमार दुबे और प्रो. विजय शंकर त्रिपाठी ने किया। [Hindustan 18-06-2025, Page No. 04]
मोतीलाल नेहरु राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान इलाहाबाद में ‘कंप्यूटिंग, कंट्रोल और आप्टिमाइजेशन’ एक साप्ताहिक समर स्कूल की शुरुआत हुई। यह कार्यक्रम आईईईई कंट्रोल सिस्टम सोसाइटी व यूपी सेक्शन के सहयोग से आयोजित किया गया है। मुख्य अतिथि कार्यवाहक निदेशक एमएनएनआईटी प्रो. वी. के. श्रीवास्तव, निदेशक एनआईटी वारंगल प्रो. विद्याधर सुभुद्धि ने एक उच्च स्तरीय व्याख्यान भी दिया। [Dainik Jagran 11-06-2025, Page No. 02]
मोतीलाल नेहरु राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान इलाहाबाद में ‘कंप्यूटिंग, कंट्रोल और आप्टिमाइजेशन’ विषय पर एक सप्ताह के समर स्कूल की शुरुआत हुई। यह कार्यक्रम आईईईई कंट्रोल सिस्टम सोसाइटी व यूपी सेक्शन के सहयोग से आयोजित किया जा रहा है। इसका उद्देश्य उभरती तकनीकों, जैस माइक्रोग्रिड्स, ड्रोन और डिस्ट्रिब्यूटेड कंट्रोल आदि में प्रतिभागियों को व्यावहारिक ज्ञान और नवाचार की दिशा देना है। मुख्य अतिथि एमएनएनआईटी के कार्यवाहक निदेशक प्रो. वी. के. श्रीवास्तव रहे। [Amar Ujala 11-06-2025, Page No. 05]
पर्यावरण दिवस के अवसर पर एमएनएनआईटी, इंडियन वाटर वर्क्स एसोसिएशन केंद्र, इंडियन फार्मर्स फर्टिलाइजर कोऑपरेटिव लिमिटेड (इफ्को) और उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के संयुक्त तत्वावधान में कार्यक्रम का आयोजन हुआ। इसमें प्लास्टिक प्रदूषण की गंभीरता पर व्यापक चर्चा हुई। कार्यक्रम के दौरान पौधारोपण भी हुआ। इस दौरान एमएनएनआईटी के कार्यवाहक निदेशक प्रो. वी.के. श्रीवास्तव, सिविल इंजीनियरिंग विभाग के प्रमुख प्रो. आर. एम. सिंह, यूपी जल निगम के मुख्य अभियंता घनश्याम द्विवेदी आदि मौजूद रहे। [Amar Ujala 07-06-2025, Page No. 06]
मोतीलाल नेहरु राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान इलाहाबाद ने पर्यावरण इंजीनियरिंग में एमटेक पाठ्यक्रम में सीटों की संख्या बढ़ाने का निर्णय लिया है। सत्र 2027 से इस कोर्स में 20 के बजाय 25 छात्रों को प्रवेश दिया जाएगा। यह निर्णय हाल ही में आयोजित बोर्ड ऑफ गवर्नर्स की बैठक ममंन लिया गया। संस्थान में बढ़ती शैक्षणिक मांग और पर्यावरण संबंधी तकनीकी विशेषज्ञों की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए पांच अतिरिक्त सीटें बढ़ाने को मंजूरी दी गई। विभाग के प्रो. आर.सी. वैश्य ने बताया, इससे न केवल छात्रों को और अधिक अवसर मिलेंगे, बल्कि देश में पर्यावरण इंजीनियरिंग के क्षेत्र में तकनीकी मानव संसाधन की उपलब्धता भी बेहतर होगी। [Amar Ujala 07-06-2025, Page No. 07]
मोतीलाल नेहरु राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान इलाहाबाद में जल्द ही 133.20 करोड़ रुपये की लागत से एक नई और अत्याधुनिक एकेडमिक बिल्डिंग का निर्माण कार्य शुरू होगा। यह बिल्डिंग तकनीक, सुरक्षा और पर्यावरणीय मानकों का उत्कृष्ट उदाहरण होगी। बिल्डिंग पूरी तरह से ग्रीन बिल्डिंग मानकों के अनुरूप बनाई जाएगी। इसमें ऊर्जा की बचत करने वाली तकनीकों, प्राकृतिक रोशनी और वेंटिलेशन के इंतजाम, जल संरक्षण प्रणाली आदि सुविधाएं शामिल होंगी। इससे पर्यावरण को कम नुकसान होगा। [Amar Ujala 07-06-2025, Page No. 08]
मोतीलाल नेहरु राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान इलाहाबाद में राष्ट्र प्रथम अभियान संवाद कार्यक्रम का आयोजन हुआ। संस्थान के कार्यवाहक निदेशक प्रो. वी.के. श्रीवास्तव ने मुख्य ब्रिगेडियर शिवपाल सिंह सहित सभी अतिथियों एवं प्रतिभागियों का स्वागत किया। मुख्य अतिथि ने कहा कि जय जवान, जय किसान के साथ अब जय विज्ञान भी उतना ही महत्वपूर्ण है। उन्होंने नवीन आविष्कारों और टेक्नोलाजिकल इनोवेशन के प्रति सजग रहने का आहवान किया। [I Next 06-06-2025, Page No. 04]